शनिवार, 23 जुलाई 2016

शब्द-प्रहार: ‘‘दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया’’ तब कोई दूसरा महादानी कैसे.....?

शब्द-प्रहार: ‘‘दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया’’ तब कोई दूसरा महादानी कैसे.....?

मंगलवार, 6 अक्तूबर 2015

अपने भारत देश में सामान्यता अनेक बुनियादी समस्याएं मुंह बाये खड़ी है, परन्तु साम्प्रदायिकता एक ऐसी समस्या है जो मानव जनित है और इसके मूल में गहरी साज़िश की बू आ रही है ।